September 27, 2016

श्री गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र

श्री गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र

श्री शुक उवाच – श्री शुकदेव जी ने कहा एवं व्यवसितो बुद्ध्या समाधाय मनो हृदि । जजाप परमं जाप्यं प्राग्जन्मन्यनुशिक्षितम ॥१॥ बुद्धि के द्वारा पिछले अध्याय में वर्णित रीति से निश्चय करके तथा मन को हृदय देश में स्थिर करके वह गजराज अपने पूर्व जन्म में सीखकर कण्ठस्थ किये हुए सर्वश्रेष्ठ एवं बार बार दोहराने […]

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श्री विष्णु सहस्रनाम स्त्रोत्र

श्री विष्णु सहस्रनाम स्त्रोत्र

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:  ॐ विश्वं विष्णु: वषट्कारो भूत-भव्य-भवत-प्रभुः । भूत-कृत भूत-भृत भावो भूतात्मा भूतभावनः ।। 1 ।। पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमं गतिः। अव्ययः पुरुष साक्षी क्षेत्रज्ञो अक्षर एव च ।। 2 ।। योगो योग-विदां नेता प्रधान-पुरुषेश्वरः । नारसिंह-वपुः श्रीमान केशवः पुरुषोत्तमः ।। 3 ।। सर्वः शर्वः शिवः स्थाणु: भूतादि: निधि: अव्ययः ।

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श्री नृसिंह स्तोत्र

श्री नृसिंह स्तोत्र

भगवान विष्णु के नृसिंह अवतार का यह कवच / स्तोत्र अत्यंत चमत्कारी प्रभाव देने वाला है। नरसिंह कवच / स्तोत्र संरक्षण पाने के लिए बहुत शक्तिशाली कवच है। नरसिंह कवच एक सुरक्षा कवच / स्तोत्र या आध्यात्मिक कवच है। नरसिंह कवच / स्तोत्र बुरी आत्माओं से सुरक्षा और भौतिक इच्छाओं की पूर्ति के साथ-साथ भक्ति और

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