Loading...
loading

Tag: jyotishi

शक्ति पीठ और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से प्रेम विवाह के सफल उपाय

भारत में प्रेम विवाह एक महत्वपूर्ण विषय है, जहाँ युवा पीढ़ी अपने साथी के चुनाव में स्वतंत्रता को प्राथमिकता देती है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार प्रेम विवाह में कई चुनौतियाँ भी होती हैं, जैसे परिवार की स्वीकृति, सामाजिक मान्यताएँ, और ग्रहों का प्रभाव। इस लेख में हम शक्ति पीठों और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से प्रेम विवाह के सफल उपायों पर चर्चा करेंगे।

प्रेम विवाह का महत्व

प्रेम विवाह का अर्थ है वह विवाह जो दो लोगों के बीच आपसी प्रेम और सहमति पर आधारित होता है। यह पारंपरिक विवाह से अलग होता है, जहाँ परिवार की पसंद महत्वपूर्ण होती है। प्रेम विवाह में:

भावनात्मक जुड़ाव: प्रेम विवाह में भावनात्मक जुड़ाव मजबूत होता है, जो जीवन के विभिन्न उतार-चढ़ाव में साथी को एकजुट रखता है।

स्वतंत्रता: प्रेम विवाह में दोनों पार्टनर्स को एक-दूसरे को समझने और अपने विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता होती है।

सामाजिक बदलाव: प्रेम विवाह समाज में बदलाव लाने में सहायक होता है, जिससे परंपरागत सोच में बदलाव आ सकता है।

ज्योतिषीय दृष्टिकोण

ज्योतिषीय दृष्टिकोण से प्रेम विवाह की सफलता का सीधा संबंध कुंडली, ग्रहों की स्थिति और दोषों से होता है। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार एक अच्छी कुंडली और अनुकूल ग्रह स्थिति प्रेम विवाह को सफल बनाने में मदद कर सकती है।

कुंडली और प्रेम विवाह

कुंडली में प्रेम विवाह के लिए निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान देना आवश्यक है:

गृह स्थिति: शुक्र, मंगल और चंद्रमा की स्थिति महत्वपूर्ण होती है। ये ग्रह प्रेम, संबंधों और आकर्षण के प्रतीक होते हैं।

नवम भाव: नवम भाव विवाह और संतान के बारे में जानकारी देता है। इसे देखना आवश्यक है।

चंद्र राशि: चंद्र राशि का प्रभाव भी प्रेम विवाह पर पड़ता है। इसे समझना और ध्यान में रखना चाहिए।

शक्ति पीठों का महत्व

शक्ति पीठों की उपासना प्रेम विवाह की सफलताएँ सुनिश्चित करने में मदद कर सकती है। ज्योतिष के अनुसारशक्ति पीठ वे स्थान हैं जहाँ देवी सती के शरीर के अंग गिरे थे। इनकी पूजा से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

प्रमुख शक्ति पीठ

भारत में कई शक्ति पीठ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

ज्वाला जी (हिमाचल प्रदेश)

वैष्णो देवी (जम्मू कश्मीर)

कामाख्या देवी (असम)

सिद्धिदात्री (उज्जैन)

      कालिका माता (कोलकाता)

इन शक्ति पीठों की यात्रा और पूजा से व्यक्ति को मानसिक शांति और प्रेम विवाह के लिए सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

प्रेम विवाह के सफल उपाय

 कुंडली मिलान

प्रेम विवाह की सफलता के लिए सबसे पहले कुंडली मिलान करना आवश्यक है। इसमें निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दें:

  • गुण मिलान: कुंडली में गुणों का मिलान करना आवश्यक है। यह विवाह की सफलता की पहली सीढ़ी है।
  • दोष निवारण: यदि कुंडली में कोई दोष है, तो उसे दूर करने के उपाय करें।

शक्ति पीठों की पूजा

शक्ति पीठों की पूजा करना प्रेम विवाह की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। आप निम्नलिखित विधियों का पालन कर सकते हैं:

  • शक्ति पीठ की यात्रा: अपने प्रेमी या प्रेमिका के साथ शक्ति पीठ की यात्रा करें। वहाँ जाकर देवी माँ की उपासना करें और अपने प्रेम विवाह की सफलता की कामना करें।
  • मंत्र जाप: शक्ति पीठों के मंत्रों का जाप करें। यह मानसिक शक्ति बढ़ाने में सहायक होता है।

 विशेष अनुष्ठान

प्रेम विवाह के लिए विशेष अनुष्ठान भी किए जा सकते हैं, जैसे:

  • शादी के लिए विशेष यज्ञ: प्रेम विवाह की सफलता के लिए विवाह योग का विशेष यज्ञ कराएँ।
  • दुआ का आयोजन: परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर देवी माँ से प्रेम विवाह की सफलता के लिए दुआ करें।

रत्न और दान

प्रेम विवाह में सफलता के लिए रत्न और दान का भी महत्व है:

  • रत्न पहनना: शुक्र रत्न हीरा या पहनने से प्रेम और संबंधों में मजबूती आती है।
  • दान करना: प्रेम विवाह में बाधा डालने वाले ग्रहों के लिए उचित दान करें। जैसे काले तिल या सफेद वस्त्र का दान।

सकारात्मक सोच

प्रेम विवाह की सफलता के लिए सकारात्मक सोच भी जरूरी है। ज्योतिष के अनुसार अपने विचारों को सकारात्मक बनाए रखें और अपने साथी के साथ अच्छे संबंध बनाने के लिए प्रयास करें।

  • संवाद: अपने साथी के साथ खुलकर बात करें और अपनी भावनाएँ व्यक्त करें।
  • समर्थन: एक-दूसरे का समर्थन करें और कठिनाइयों का सामना मिलकर करें।

प्रेम विवाह एक सुंदर और महत्वपूर्ण यात्रा है, जिसमें ग्रहों की स्थिति और शक्ति पीठों की उपासना का महत्वपूर्ण स्थान है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार यदि आप प्रेम विवाह की सफलता की कामना रखते हैं, तो कुंडली मिलान, शक्ति पीठों की पूजा, विशेष अनुष्ठान, रत्न पहनना और सकारात्मक सोच अपनाना महत्वपूर्ण है। ज्योतिष के अनुसार माँ की कृपा से आपके प्रेम विवाह में सफलता प्राप्त होगी और आपका जीवन सुखमय होगा।प्रेम विवाह का यह सफर न केवल प्रेम को मजबूत बनाता है, बल्कि सामाजिक मान्यताओं को भी बदलने में सहायक होता है। इसलिए, इस दिशा में उठाए गए हर कदम को महत्व दें और अपनी प्रेम कहानी को सफल बनाएं।

आपके तारे में आपका स्वागत है. जान‍िए ज्योतिष के अनुसार आज रखना है क‍िन बातों का ध्यान. कौन-सा रंग,अंक रहेगा आपके ल‍िए शुभ और द‍िन को बेहतर बनाने के ल‍िए करना होगा कौन सा उपाय. …

आज का विशेष उपाय भी बताएंगे.. अभी संपर्क करे देश के प्रसिद्ध ज्योतिष एस्ट्रोलॉजर साहू जी से

कांटेक्ट: +91-8656-979-221 | +91-9039-636-706

TESTIMONIALS

ज्योति मिश्रा, इंदौर (Google reviews)
“मेरे करियर से संबंधित अनिश्चितताएँ थीं, लेकिन साहू जी ने हस्तरेखा देखकर मुझे सही मार्ग दिखाया। उनकी भविष्यवाणी ने मुझे जीवन में नई दिशा दी।”

नेहा गुप्ता, उज्जैन (Google reviews)
“साहू जी की कुंडली मिलान सेवा का अनुभव शानदार रहा। उनकी सलाह ने हमारे वैवाहिक जीवन को मजबूती दी है और हम दोनों के बीच समझ और प्यार बढ़ा है।”

  सौरभ तिवारी, भोपाल (Google reviews)
“मेरे जीवन में अनचाहे उतार-चढ़ाव हो रहे थे। एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सटीक ज्योतिषीय सलाह और उपायों से अब मेरे जीवन में स्थिरता और संतुलन आ गया है।”

  पूजा वर्मा, इंदौर (Google reviews)
“साहू जी की वास्तु सलाह ने हमारे घर की ऊर्जा को पूरी तरह से बदल दिया है। अब घर में शांति और समृद्धि का वातावरण बना हुआ है।”

  रजनी चौधरी, उज्जैन (Google reviews)
“बेटे की पढ़ाई में ध्यान न लगने की समस्या थी। साहू जी की ज्योतिषीय उपायों से उसके एकाग्रता और पढ़ाई में काफी सुधार हुआ है।”

 अंकित शर्मा, भोपाल (Google reviews)
“कुंडली के दोष के कारण जीवन में लगातार संघर्ष कर रहा था। एस्ट्रोलॉजर साहू जी के उपायों से अब जीवन में शांति और प्रगति हो रही है।”

 रश्मि पांडे, इंदौर (Google reviews)
“मेरे रिश्ते में लगातार तनाव था। साहू जी के कुंडली अनुसार बताए गए उपायों से अब हमारे रिश्ते में समझ और प्रेम बढ़ा है।”

  मनोज वर्मा, ग्वालियर (Google reviews)
“कार्यक्षेत्र में पदोन्नति नहीं मिल रही थी। साहू जी के बताए उपायों से अब मुझे प्रमोशन मिला और मैं अपने करियर में उन्नति कर रहा हूँ।”

  सोनल गुप्ता, उज्जैन (Google reviews)
“मेरे वैवाहिक जीवन में समस्याएँ थीं। साहू जी की कुंडली सलाह ने हमें एक नई दिशा दी और अब हम अपने रिश्ते को बेहतर तरीके से समझ पा रहे हैं।”

  राजेश चौहान, भोपाल (Google reviews)
“व्यवसाय में लगातार नुकसान हो रहा था। साहू जी के द्वारा बताए गए उपायों से अब मेरे व्यवसाय में तेजी से मुनाफा बढ़ रहा है। उनकी सलाह अत्यंत कारगर रही।”

शक्ति पीठ और राहु-केतु दोष का ज्योतिषीय निवारण

भारतीय ज्योतिष में ग्रहों का एक महत्वपूर्ण स्थान होता है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार प्रत्येक ग्रह का व्यक्ति के जीवन पर एक अलग प्रभाव होता है, जिसमें राहु और केतु का प्रभाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है, जो अपनी विशेषताओं के कारण व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएँ उत्पन्न कर सकते हैं। इन समस्याओं का समाधान शक्ति पीठों की पूजा और अन्य ज्योतिषीय उपायों से किया जा सकता है। इस लेख में हम शक्ति पीठों और राहु-केतु दोष का ज्योतिष निवारण करेंगे।

राहु और केतु का ज्योतिषीय महत्व

राहु

राहु एक छाया ग्रह है, जो व्यक्ति के जीवन में मानसिक तनाव, भ्रम, और गलतफहमियों का कारण बन सकता है। यह ग्रह व्यक्ति को अत्यधिक महत्वाकांक्षी बना सकता है, जिससे उसे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है। राहु का प्रभाव व्यक्ति की मानसिक स्थिति, करियर और रिश्तों पर पड़ता है।

केतु

केतु भी एक छाया ग्रह है, जो व्यक्ति की आध्यात्मिकता, ध्यान, और मोक्ष की ओर ले जाता है। हालांकि, मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार इसके प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में अचानक परिवर्तन, असफलता और विफलताओं का सामना करना पड़ सकता है। केतु के प्रभाव से व्यक्ति के रिश्तों में भी खटास आ सकती है।

शक्ति पीठों का महत्व

शक्ति पीठ वे स्थान हैं, जहाँ देवी सती के शरीर के विभिन्न अंग गिरे थे। इन पीठों की पूजा से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। ज्योतिष जी के अनुसार शक्ति पीठों की उपासना से न केवल देवी माँ की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि राहु और केतु के दोषों का निवारण भी होता है।

प्रमुख शक्ति पीठ

भारत में कुल 52 शक्ति पीठ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

ज्वाला जी (हिमाचल प्रदेश)

वैष्णो देवी (जम्मू कश्मीर)

कामाख्या देवी (असम)

सिद्धिदात्री (उज्जैन)

कालिका माता (कोलकाता)

इन शक्ति पीठों में देवी माँ की उपासना करने से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

राहु-केतु दोष का निवारण

 शक्ति पीठों में पूजा

राहुकेतु के दोषों का निवारण करने के लिए शक्ति पीठों में देवी माँ की उपासना करना अत्यंत लाभकारी है। साहू जी के अनुसार जब व्यक्ति शक्ति पीठ में पूजा करता है, तो वह सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करता है, जिससे उसके ग्रहों का प्रभाव संतुलित होता है।

पूजा विधि:

  • समर्पण और श्रद्धा: शक्ति पीठ में जाकर देवी माँ को श्रद्धा पूर्वक अर्चना करें।
  • ध्यान और साधना: देवी की उपासना के दौरान ध्यान और साधना करें, जिससे मानसिक शांति मिले।
  • प्रसाद चढ़ाना: देवी को हलवा, फल, और फूल चढ़ाकर उनकी कृपा प्राप्त करें।

 विशेष अनुष्ठान

राहुकेतु के दोषों को दूर करने के लिए विशेष अनुष्ठान करना भी महत्वपूर्ण है। इनमें निम्नलिखित अनुष्ठान शामिल हैं:

  • नवग्रह शांति अनुष्ठान: इस अनुष्ठान में नवग्रहों की पूजा की जाती है, जिसमें राहु और केतु का विशेष ध्यान रखा जाता है।
  • कालसर्प दोष निवारण यज्ञ: यदि कुंडली में कालसर्प दोष है, तो इस यज्ञ का आयोजन कराना चाहिए।

 राहु और केतु के लिए मंत्र

राहु और केतु के दोषों को दूर करने के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:

  • राहु का मंत्र:
    “ॐ भ्रां भूर्भुवः स्वः। राहवे नमः।”
  • केतु का मंत्र:
    ॐ श्रां श्रीं श्रौं सा केतवे नमः।”

इन मंत्रों का जाप नियमित रूप से करने से राहु और केतु का प्रभाव कम होता है।

रत्न पहनना

राहु और केतु के दोषों को दूर करने के लिए रत्न पहनना भी एक प्रभावी उपाय है:

  • राहु के लिए लहसुनिया रत्न: इसे पहनने से राहु का नकारात्मक प्रभाव कम होता है।
  • केतु के लिए क्रोकोट: यह रत्न पहनने से केतु का प्रभाव संतुलित होता है।

 दान करना

दान करना भी राहु और केतु के दोषों को कम करने का एक प्रभावी उपाय है। निम्नलिखित दान करने से लाभ होता है:

  • काले तिल: राहु के लिए काले तिल का दान करें।
  • सफेद वस्त्र: केतु के लिए सफेद वस्त्रों का दान करें।

शक्ति पीठों की यात्रा

शक्ति पीठों की यात्रा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:

शुद्धता और पवित्रता: यात्रा के दौरान अपनी शुद्धता का ध्यान रखें। मन और विचारों को शुद्ध रखना आवश्यक है।

सच्चे मन से पूजा: शक्ति पीठ पर पहुँचकर सच्चे मन से पूजा करें। देवी माँ से अपनी समस्याओं का समाधान माँगे।

ध्यान और साधना: यात्रा के दौरान ध्यान और साधना का पालन करें। इससे मानसिक शांति प्राप्त होगी।

राहु और केतु के दोषों का निवारण शक्ति पीठों की उपासना और अन्य ज्योतिषीय उपायों से संभव है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार शक्ति पीठों में देवी माँ की पूजा करने से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का संचार होता है। अगर आप अपने जीवन में राहु और केतु के नकारात्मक प्रभाव को कम करना चाहते हैं, तो शक्ति पीठों की यात्रा करें और उचित ज्योतिषीय उपाय अपनाएँ। देवी माँ की कृपा से आपके जीवन में खुशहाली आएगी और आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे।इस प्रकार, शक्ति पीठ और राहुकेतु दोष का निवारण एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसे सही ज्ञान और साधना के माध्यम से समझा और अपनाया जा सकता है।

आपके तारे में आपका स्वागत है. जान‍िए ज्योतिष के अनुसार आज रखना है क‍िन बातों का ध्यान. कौन-सा रंग,अंक रहेगा आपके ल‍िए शुभ और द‍िन को बेहतर बनाने के ल‍िए करना होगा कौन सा उपाय. …

आज का विशेष उपाय भी बताएंगे.. अभी संपर्क करे देश के प्रसिद्ध ज्योतिष एस्ट्रोलॉजर साहू जी से

कांटेक्ट: +91-8656-979-221 | +91-9039-636-706

TESTIMONIALS

 सविता गुप्ता, रतलाम (Google reviews)
“हमारे घर में निरंतर चल रही समस्याओं के लिए एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सलाह ने चमत्कारी परिणाम दिए। अब घर में सकारात्मक ऊर्जा है, और हमारी सभी परेशानियाँ दूर हो गई हैं।”

  रोहित चौहान, देवास (Google reviews)
“ऑफिस में लगातार हो रहे नुकसान से परेशान था। एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सलाह ने हमारे ऑफिस के माहौल को बदल दिया और व्यवसाय में तरक्की हो रही है।”

  अर्चना पटेल, ग्वालियर (Google reviews)
“मेरे नाम के आधार पर एस्ट्रोलॉजर साहू जी ने जो उपाय बताए, उन्होंने मेरे जीवन में चमत्कारी बदलाव किए। अब मुझे हर काम में सफलता मिल रही है।”

 नितिन ठाकुर, मंदसौर (Google reviews)
“अपने जन्म अंक के अनुसार भविष्यवाणी और उपाय करने के बाद, मेरे करियर में तेजी से उन्नति हो रही है। एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सलाह से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है।”

  सुनील शर्मा, उज्जैन (Google reviews)
“एस्ट्रोलॉजर साहू जी की हस्तरेखा पढ़ने की कला अद्भुत है। उन्होंने मेरे जीवन के बारे में सटीक भविष्यवाणी की और उनके उपायों से मेरे जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं।”

  ज्योति मिश्रा, इंदौर (Google reviews)
“मेरे करियर से संबंधित अनिश्चितताएँ थीं, लेकिन साहू जी ने हस्तरेखा देखकर मुझे सही मार्ग दिखाया। उनकी भविष्यवाणी ने मुझे जीवन में नई दिशा दी।”

  नेहा वर्मा, जबलपुर (Google reviews)
“शादी से पहले कुंडली मिलान के लिए हमने एस्ट्रोलॉजर साहू जी से संपर्क किया। उनकी सटीक सलाह और मिलान ने हमें एक स्थिर और सुखी वैवाहिक जीवन की नींव रखने में मदद की।”

  राहुल तिवारी, भोपाल (Google reviews)
“शादी की योजना बनाते समय कुंडली मिलान के लिए साहू जी से सलाह ली। उनके द्वारा किया गया कुंडली मिलान और दिए गए उपाय बेहद लाभकारी रहे।”

  मीनाक्षी जैन, उज्जैन (Google reviews)
“मैंने साहू जी से रत्न धारण करने की सलाह ली और उनके द्वारा सुझाए गए रत्न पहनने से मेरे जीवन में आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है। उनका ज्ञान अद्वितीय है।

अशोक अग्रवाल, इंदौर (Google reviews)
“रत्न पहनने के बाद से मेरी पेशेवर जीवन में जबरदस्त सुधार हुआ है। एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सलाह से मुझे बहुत लाभ मिला है।”

शक्ति पीठ और नवग्रह शांति के ज्योतिषीय सिद्धांत

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का प्रभाव मानव जीवन पर गहरा होता है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार नवग्रह, जिन्हें सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु के रूप में जाना जाता है, प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार के प्रभाव डालते हैं। इन ग्रहों की स्थिति और प्रभाव के कारण कई बार व्यक्ति को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए शक्ति पीठों की यात्रा और नवग्रह शांति के ज्योतिषीय सिद्धांत का महत्व अत्यधिक है। इस लेख में हम शक्ति पीठों और नवग्रह शांति के बीच के संबंध और उनके ज्योतिषीय सिद्धांतों की चर्चा करेंगे।

शक्ति पीठों

शक्ति पीठ वे स्थान हैं जहाँ देवी सती के शरीर के विभिन्न अंग गिरे थे। भारतीय संस्कृति में इन पीठों का अत्यधिक महत्व है। शक्ति पीठों की उपासना से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ मिलता है। शक्ति पीठों की पूजा से न केवल देवी माँ की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि ग्रहों की स्थिति को भी सुधारा जा सकता है।

प्रमुख शक्ति पीठ

भारत में कुल 52 शक्ति पीठ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

कलिका माता (कालीघाट, कोलकाता)

ज्वाला जी (हिमाचल प्रदेश)

वैष्णो देवी (जम्मू कश्मीर)

कामाख्या देवी (असम)

दुर्गा माता (महाकालेश्वर, उज्जैन)

इन शक्ति पीठों में देवी माँ की उपासना करने से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति मिलती है।

नवग्रहों का ज्योतिषीय महत्व

ज्योतिष में नवग्रहों की स्थिति व्यक्ति के भाग्य और जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। प्रत्येक ग्रह का अपना एक विशेष प्रभाव होता है:

सूर्य: आत्मा, स्वास्थ्य, और आत्मविश्वास का प्रतिनिधित्व करता है।

चंद्रमा: मन, भावना, और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।

मंगल: ऊर्जा, साहस, और युद्ध कौशल का प्रतीक है।

बुध: बुद्धि, संचार, और व्यापार में लाभ का प्रतिनिधित्व करता है।

बृहस्पति: ज्ञान, शिक्षा, और समृद्धि का कारक है।

शुक्र: प्रेम, सौंदर्य, और भौतिक सुख का प्रतिनिधित्व करता है।

शनि: न्याय, कर्म, और मेहनत का कारक है।

राहु: अंधकार, भ्रम, और अत्यधिक महत्वाकांक्षा का प्रतीक है।

केतु: मोक्ष, आध्यात्मिकता, और ध्यान का प्रतीक है।

इन ग्रहों की स्थिति में बदलाव से व्यक्ति के जीवन में सुख और दुख का संचार होता है।

शक्ति पीठों और नवग्रह शांति का संबंध

ग्रह दोषों का निवारण

शक्ति पीठों में देवी की उपासना करने से नवग्रहों के दोषों का निवारण हो सकता है। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार जब व्यक्ति देवी माँ की उपासना करता है, तो वह सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करता है, जिससे उसके ग्रहों का प्रभाव सकारात्मक दिशा में परिवर्तित होता है। शक्ति पीठ में पूजा करने से ग्रह दोष कम होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है।

नवग्रह शांति अनुष्ठान

नवग्रह शांति के लिए विभिन्न अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है। शक्ति पीठों में विशेष अवसरों पर नवग्रह शांति के अनुष्ठान किए जाते हैं। जैसे कि:

  • रविवार को सूर्य की पूजा: सूर्य ग्रह के दोष को दूर करने के लिए।
  • सोमवार को चंद्रमा की पूजा: मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता के लिए।
  • मंगलवार को मंगल की पूजा: साहस और ऊर्जा में वृद्धि के लिए।

इन अनुष्ठानों में देवी माँ की उपासना करने से ग्रहों की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सुख की प्राप्ति होती है।

शक्ति पीठ और नवग्रह शांति के ज्योतिषीय सिद्धांत

 ग्रहों का संतुलन

शक्ति पीठों में पूजा करने से ग्रहों का संतुलन स्थापित होता है। जब ग्रहों की स्थिति संतुलित होती है, तो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है। ज्योतिषीय सिद्धांत के अनुसार, देवी माँ की उपासना से व्यक्ति के जीवन में हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।

 सकारात्मक ऊर्जा का संचार

शक्ति पीठों में देवी माँ की उपासना करने से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। साहू जी के अनुसार यह ऊर्जा ग्रहों के प्रभाव को संतुलित करने में मदद करती है। जब व्यक्ति सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करता है, तो उसके निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है।

 मानसिक शांति और स्वास्थ्य

नवग्रहों के दोषों को दूर करने के लिए शक्ति पीठों में पूजा करने से मानसिक शांति और स्वास्थ्य में सुधार होता है। जब व्यक्ति मानसिक रूप से स्थिर होता है, तो उसका जीवन सामान्य दिशा में चलता है।

शक्ति पीठों की यात्रा का महत्व

ज्योतिष के अनुसार शक्ति पीठों की यात्रा केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव लाने का एक माध्यम है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण लाभ दिए गए हैं:

 आंतरिक शांति

शक्ति पीठों की यात्रा से व्यक्ति को आंतरिक शांति मिलती है। यात्रा के दौरान ध्यान और साधना करने से मन और आत्मा को शांति मिलती है।

आध्यात्मिक विकास

यह यात्रा व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास में सहायक होती है। साहू जी के अनुसार शक्ति पीठों में देवी माँ की उपासना करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त होता है।

 स्वास्थ्य लाभ

शक्ति पीठों की यात्रा से व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार होता है। देवी की कृपा से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।

शक्ति पीठ और नवग्रह शांति के बीच एक गहरा संबंध है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार शक्ति पीठों में देवी माँ की उपासना करने से न केवल व्यक्ति के जीवन में सुख और समृद्धि का संचार होता है, बल्कि ग्रहों के दोषों का निवारण भी होता है। ज्योतिष दृष्टि से यदि आप अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना चाहते हैं, तो शक्ति पीठों की यात्रा अवश्य करें और नवग्रह शांति के लिए विशेष अनुष्ठान का आयोजन करें। ज्योतिष के अनुसार इस प्रकार, शक्ति पीठों की पूजा और नवग्रहों की शांति का एक अद्वितीय संयोजन है, जो व्यक्ति के जीवन में संतुलन और शांति स्थापित करने में सहायक होता है। देवी माँ की कृपा से जीवन में हर क्षेत्र में सफलता और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है।

आपके तारे में आपका स्वागत है. जान‍िए ज्योतिष के अनुसार आज रखना है क‍िन बातों का ध्यान. कौन-सा रंग,अंक रहेगा आपके ल‍िए शुभ और द‍िन को बेहतर बनाने के ल‍िए करना होगा कौन सा उपाय. …

आज का विशेष उपाय भी बताएंगे.. अभी संपर्क करे देश के प्रसिद्ध ज्योतिष एस्ट्रोलॉजर साहू जी से

कांटेक्ट: +91-8656-979-221 | +91-9039-636-706

TESTIMONIALS

  नितिन ठाकुर, मंदसौर (Googlereviews)
“अपने जन्म अंक के अनुसार भविष्यवाणी और उपाय करने के बाद, मेरे करियर में तेजी से उन्नति हो रही है। एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सलाह से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है।”

संदीप चौहान (Googlereviews)

एस्ट्रोलॉजर साहू जी की हस्तरेखा पढ़ने की कला अद्भुत है। उन्होंने मेरे जीवन के बारे में सटीक भविष्यवाणी की और उनके उपायों से मेरे जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं।”

रजनी तिवारी, रतलाम (Google reviews)
“ऑफिस में वास्तु दोष के कारण बार-बार नुकसान हो रहा था। एस्ट्रोलॉजर साहू जी के उपायों से अब व्यवसाय में स्थिरता आ गई है। उनकी सलाह कारगर रही।”

 शिवानी जोशी, भोपाल (Google reviews)
“मेरे वैवाहिक जीवन में समस्याएँ आ रही थीं। एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सलाह और उपायों से हमारे रिश्ते में सुधार हुआ है। अब हम खुशी से जीवन बिता रहे हैं।”

  अर्जुन सिंह, इंदौर (Google reviews)
“शादी के बाद रिश्तों में परेशानियाँ थीं। साहू जी की वैवाहिक परामर्श से हमारे जीवन में शांति और समर्पण वापस आ गया है।”

 मधु अग्रवाल, (Google reviews)
“घर में लगातार आ रही परेशानियों के लिए साहू जी से वास्तु शांति के उपाय किए। उनकी सलाह ने हमारे घर की ऊर्जा को सकारात्मक रूप से बदल दिया। अब घर में सुख और शांति है।”

 रवि मिश्रा, उज्जैन (Google reviews)
“ऑफिस में वास्तु शांति के लिए साहू जी से संपर्क किया। उनके सुझाए गए उपायों से हमारे ऑफिस का माहौल बेहद अच्छा हो गया है, और व्यवसाय में भी वृद्धि हो रही है।”

  सुमन गुप्ता, भोपाल (Google reviews)
“कई सालों से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थी। एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सलाह के बाद, मेरे स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार होने लगा। उनके उपाय वाकई अद्भुत हैं।”

  दीपक तिवारी, इंदौर (Google reviews)
“बिजनेस में अस्थिरता के कारण परेशान था। एस्ट्रोलॉजर साहू जी के मार्गदर्शन से अब व्यवसाय में स्थिरता और मुनाफा बढ़ रहा है। उनकी सलाह से बड़ा लाभ हुआ।”

 आराधना मिश्रा, उज्जैन (Google reviews)
“संतान प्राप्ति में दिक्कतों का सामना कर रही थी। साहू जी के उपाय और पूजा पद्धति से हमें सकारात्मक परिणाम मिले। उनका आभार व्यक्त करने के लिए शब्द कम हैं।”

शक्ति पीठ में सप्तमी तिथि की पूजा का ज्योतिषीय महत्व

भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरा में तिथियों का विशेष महत्व होता है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार प्रत्येक तिथि का अपना एक अद्वितीय अर्थ और प्रभाव होता है। साहू जी के अनुसार विशेष रूप से शक्ति पीठों में सप्तमी तिथि की पूजा का एक विशेष स्थान है। शक्ति पीठ वह स्थल हैं जहाँ देवी सती के विभिन्न अंग गिरे थे और यहाँ देवी की उपासना से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक लाभ भी प्राप्त होते हैं। इस लेख में हम सप्तमी तिथि की पूजा का ज्योतिषीय महत्व और इसके प्रभाव पर चर्चा करेंगे।

सप्तमी तिथि का महत्व

सप्तमी तिथि का संबंध ज्योतिष और तंत्र विद्या से है। यह तिथि ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार विभिन्न प्रकार की शक्तियों और ऊर्जा का संचार करती है। हिंदू पंचांग में सप्तमी तिथि को सूर्य, चंद्रमा और अन्य ग्रहों की स्थिति के अनुसार विशेष रूप से महत्व दिया गया है।

सप्तमी तिथि का ज्योतिषीय अर्थ

  • सूर्य की शक्ति: सप्तमी तिथि का संबंध सूर्य से भी है। सूर्य की ऊर्जा जीवन में सकारात्मकता और शक्ति का संचार करती है।
  • चंद्रमा की कलाएँ: चंद्रमा की सप्तमी तिथि पर विशेष स्थिति से मानसिक शांति और सृजनात्मकता में वृद्धि होती है।
  • ग्रहों का संतुलन: सप्तमी तिथि पर ग्रहों की स्थिति का विशेष ध्यान रखने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है।

शक्ति पीठ में सप्तमी तिथि की पूजा

शक्ति पीठों में सप्तमी तिथि की पूजा का विशेष महत्व है। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार इस दिन देवी की उपासना से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख शक्ति पीठों में सप्तमी तिथि की पूजा के लाभ दिए गए हैं:

मानसिक शांति और स्थिरता

सप्तमी तिथि की पूजा से मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है। यह तिथि व्यक्ति के मन में सकारात्मक विचारों का संचार करती है। जब व्यक्ति मानसिक रूप से स्थिर होता है, तो उसकी निर्णय क्षमता में वृद्धि होती है।

स्वास्थ्य लाभ

शक्ति पीठों पर सप्तमी तिथि की पूजा से व्यक्ति की स्वास्थ्य समस्याओं में सुधार हो सकता है। ज्योतिष के अनुसार विशेष रूप से, यह तिथि हृदय और मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होती है। देवी की उपासना करने से व्यक्ति के शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे रोग दूर होते हैं।

आर्थिक समृद्धि

सप्तमी तिथि पर शक्ति पीठ में पूजा करने से व्यक्ति को आर्थिक समृद्धि की प्राप्ति होती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार देवी की कृपा से व्यक्ति के व्यवसाय में वृद्धि होती है और नए अवसरों का सामना करने में सहायता मिलती है।

पारिवारिक सुख

इस तिथि की पूजा से परिवार में प्रेम और सहयोग का वातावरण बनता है। देवी की कृपा से पारिवारिक कलह और संघर्षों का समाधान होता है।

 मनोकामनाओं की सिद्धि

ज्योतिष के अनुसार सप्तमी तिथि की पूजा से मनोकामनाएँ पूर्ण होने का विश्वास होता है। देवी को अर्पित किए गए निष्ठापूर्ण अर्चन से व्यक्ति की सभी इच्छाएँ पूर्ण हो सकती हैं।

सप्तमी तिथि की पूजा विधि

शक्ति पीठों में सप्तमी तिथि की पूजा करने की विधि विशेष होती है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण चरण दिए गए हैं:

 पवित्रता और स्नान

सप्तमी तिथि की पूजा से पहले पवित्रता का ध्यान रखना आवश्यक है। इस दिन प्रातः स्नान करके साफ वस्त्र पहनें।

पूजा सामग्री

सप्तमी तिथि की पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री एकत्रित करें:

  • फूल
  • फल
  • मिठाई
  • दीपक
  • नैवेद्य (भोग)

देवी की आराधना

  • सप्तमी तिथि की पूजा में देवी की प्रतिमा या चित्र को स्थापित करें।
  • आरती और भजन गाएँ: देवी की आरती और भजन गाने से पूजा में भक्ति की भावना बढ़ती है।

 विशेष मंत्रों का जाप

सप्तमी तिथि पर विशेष मंत्रों का जाप करना चाहिए। जैसे:

  • दुर्गायै नमः”
  • क्लीं काली मातृ नमः”

इन मंत्रों का जाप करते समय ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है।

 दान

पूजा के बाद दान का विशेष महत्व है। जरूरतमंदों को दान देने से देवी की कृपा प्राप्त होती है।

सप्तमी तिथि के ज्योतिषीय प्रभाव

सप्तमी तिथि का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में अनेक परिवर्तन ला सकता है। यह तिथि व्यक्ति के ग्रहों की स्थिति को संतुलित करने में सहायक होती है।

 ग्रह दोषों का निवारण

सप्तमी तिथि पर शक्ति पीठ में पूजा करने से ग्रह दोषों का निवारण हो सकता है। यह तिथि व्यक्ति के जीवन में नकारात्मक ग्रहों के प्रभाव को कम करने में सहायक होती है।

 विशेष अनुष्ठान

इस दिन विशेष अनुष्ठान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। देवी की कृपा से सभी कार्यों में सफलता मिलती है।

सप्तमी तिथि की पूजा शक्ति पीठों में अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार यह तिथि मानसिक शांति, स्वास्थ्य, आर्थिक समृद्धि और पारिवारिक सुख के लिए लाभकारी होती है। यदि आप अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना चाहते हैं, तो शक्ति पीठ में सप्तमी तिथि की पूजा अवश्य करें।सप्तमी तिथि की पूजा से न केवल देवी की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि ग्रह दोषों का निवारण भी होता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार यह तिथि जीवन के हर क्षेत्र में सुधार लाने में सहायक होती है। इसलिए, ज्योतिष के अनुसार इस महत्वपूर्ण तिथि को ध्यान में रखते हुए देवी की उपासना करना न भूलें और अपने जीवन में सकारात्मकता का संचार करें।

आपके तारे में आपका स्वागत है. जान‍िए ज्योतिष के अनुसार आज रखना है क‍िन बातों का ध्यान. कौन-सा रंग,अंक रहेगा आपके ल‍िए शुभ और द‍िन को बेहतर बनाने के ल‍िए करना होगा कौन सा उपाय. …

आज का विशेष उपाय भी बताएंगे.. अभी संपर्क करे देश के प्रसिद्ध ज्योतिष एस्ट्रोलॉजर साहू जी से

कांटेक्ट: +91-8656-979-221 | +91-9039-636-706

TESTIMONIALS

  राजेश चौहान, देवास (Google reviews)
“मेरे रिश्तों में लगातार तनाव था। साहू जी ने मुझे कुछ आसान उपाय बताए, जिनसे मेरे रिश्ते फिर से मधुर हो गए हैं। उनका मार्गदर्शन अतुलनीय है।”

  कविता शुक्ला, इंदौर (Google reviews)
“आर्थिक रूप से लगातार संघर्ष कर रही थी। साहू जी की सलाह और उपायों ने मेरी आर्थिक स्थिति में सुधार किया। अब मेरी आय में स्थिरता आ गई है।”

  विकास वर्मा, ग्वालियर (Google reviews)
“मेरे जीवन में अनचाहे उतार-चढ़ाव हो रहे थे। एस्ट्रोलॉजर साहू जी की कुंडली के अनुसार किए गए उपायों ने मुझे जीवन में स्थिरता और शांति दी है।”

  प्रणव जोशी, भोपाल (Google reviews)
“कार्यक्षेत्र में हो रही समस्याओं को लेकर साहू जी से संपर्क किया। उनकी सलाह से न केवल समस्याओं का समाधान हुआ, बल्कि प्रमोशन भी मिला।”

  निशा शर्मा, उज्जैन (Google reviews)
“मेरे वैवाहिक जीवन में कुछ कठिनाइयाँ थीं, जिन्हें साहू जी की कुंडली मिलान की सलाह ने हल किया। उनके उपायों से मेरे रिश्ते में समझ और प्यार बढ़ा है।”

  अनुज तिवारी, मंदसौर (Google reviews)
“कुंडली दोष के कारण करियर में कई रुकावटें आ रही थीं। साहू जी के सटीक उपायों से अब करियर में तेजी से उन्नति हो रही है।”

  साक्षी सिंह, रतलाम (Google reviews)
“बेटी की शादी के लिए कुंडली मिलान के लिए साहू जी से संपर्क किया। उनकी सटीक भविष्यवाणियों और उपायों ने हमें बहुत राहत दी और शादी सुखद रही।”

  राकेश पांडे, इंदौर (Google reviews)
“मैं लंबे समय से किसी भी काम में सफलता नहीं पा रहा था। एस्ट्रोलॉजर साहू जी के बताई हुई रत्न धारण करने की सलाह से जीवन में उन्नति हो रही है।”

  विनोद चौधरी, उज्जैन (Google reviews)
“साहू जी ने मेरे भविष्य के बारे में जो बताया, वो पूरी तरह से सही साबित हुआ। उनके दिए गए रत्न पहनने से मेरे जीवन में नई ऊर्जा आई है।”

  सुजाता वर्मा, भोपाल (Google reviews)
“संतान के जन्म में आ रही अड़चनों को लेकर हमने साहू जी से संपर्क किया। उनकी सटीक भविष्यवाणी और उपायों से हमें बहुत लाभ हुआ और हमारे परिवार में खुशी आई।”

शक्ति पीठ और कुंडली के ग्रह दोषों का ज्योतिषीय समाधान

भारत में ज्योतिष शास्त्र का एक गहरा और व्यापक महत्व है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार यहाँ पर जन्म कुंडली का अध्ययन कर व्यक्ति के जीवन के हर पहलू का विश्लेषण किया जाता है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति और उनके संबंध व्यक्ति के जीवन में सुख-दुख का कारण बनते हैं। जब ग्रह दोष होते हैं, तो व्यक्ति को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस लेख में हम शक्ति पीठों के महत्व के साथ-साथ कुंडली के ग्रह दोषों के ज्योतिषीय समाधान पर चर्चा करेंगे।

शक्ति पीठ का महत्व

शक्ति पीठ वे स्थल हैं जहाँ देवी सती के विभिन्न अंग गिरे थे। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार ये स्थान धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। शक्ति पीठों पर देवी की उपासना से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और ग्रहों की प्रतिकूल स्थिति से मुक्ति मिलती है।

प्रमुख शक्ति पीठों की सूची

कामाख्या (असम)

वैष्णो देवी (जम्मू-कश्मीर)

ज्वालामुखी (हिमाचल प्रदेश)

कालीघाट (पश्चिम बंगाल)

भद्रकाली (हरियाणा)

इन शक्ति पीठों की यात्रा से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति मिलती है, जिससे ग्रह दोषों का प्रभाव कम होता है।

ग्रह दोष

ग्रह दोष कुंडली में ग्रहों की असामान्य स्थिति या कमजोर स्थिति के कारण होते हैं। ये दोष व्यक्ति के जीवन में अनेक समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जैसे:

  • शादी में देरी
  • आर्थिक संकट
  • स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
  • परिवार में कलह
  • व्यक्तिगत समस्याएं

प्रमुख ग्रह दोष

केतु दोष: यह दोष व्यक्ति की मानसिक शांति को प्रभावित कर सकता है।

सूर्य दोष: यह दोष व्यक्ति की आत्मविश्वास और प्रतिष्ठा को प्रभावित करता है।

चंद्र दोष: यह दोष व्यक्ति के भावनात्मक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।

मंगल दोष: यह दोष विवाह में कठिनाई का कारण बन सकता है।

कुंडली के ग्रह दोषों का ज्योतिषीय समाधान

ग्रह दोषों के समाधान के लिए ज्योतिष में कई उपाय बताये गए हैं। इन उपायों को करने से व्यक्ति को अपने ग्रह दोषों से मुक्ति मिल सकती है।

 देवी की उपासना

शक्ति पीठों की यात्रा और वहाँ देवी की उपासना से ग्रह दोषों का निवारण संभव है। शक्ति पीठों पर जाकर निम्नलिखित उपाय करें:

  • शुद्ध मन से प्रार्थना करें: देवी से अपने ग्रह दोषों की मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।
  • नैवेद्य अर्पित करें: देवी को फल, मिठाई या अन्य भोग का अर्पण करें।
  • मंत्र जपें: शक्ति पीठों पर जाकर विशेष मंत्रों का जाप करें, जैसे:
    • माँ दुर्गा का मंत्र:
      “ॐ दुर्गायै नमः”
    • माँ काली का मंत्र:
      “ॐ क्लीं काली मातृ नमः”

 ग्रहों की शांति के लिए उपाय

ग्रह दोषों के निवारण के लिए कुछ विशेष उपाय निम्नलिखित हैं:

  • रुचि के अनुसार रत्न पहनें: अपनी कुंडली के अनुसार सही रत्न पहनना चाहिए, जो ग्रहों की स्थिति को संतुलित करने में मदद करता है।
  • धातु का दान करें: ग्रहों के लिए संबंधित धातु का दान करना लाभकारी होता है। जैसे:
    • सोना: सूर्य के लिए
    • चांदी: चंद्रमा के लिए
    • लोहा: मंगल के लिए

 यज्ञ और हवन का आयोजन

ग्रह दोषों के निवारण के लिए यज्ञ और हवन का आयोजन भी महत्वपूर्ण होता है। ज्योतिष के अनुसार यज्ञ से ग्रहों की कृपा प्राप्त होती है और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।

  • हवन सामग्री: हवन में गंधर्व बूटियों का उपयोग करें।
  • सामूहिक हवन: सामूहिक हवन कराने से अधिक लाभ होता है।

 दान का महत्व

ग्रह दोषों के निवारण के लिए दान भी एक प्रभावी उपाय है। नियमित रूप से दान करने से व्यक्ति को पुण्य फल प्राप्त होता है, जिससे ग्रहों की स्थिति में सुधार होता है।

  • दीन-दुखियों को भोजन: गरीबों को भोजन कराना।
  • पैसे का दान: जरूरतमंदों को धन का दान करना।

 नियमित पूजा और आरती

प्रतिदिन देवी-देवताओं की पूजा करना और आरती गाना भी ग्रह दोषों को दूर करने में सहायक होता है। नियमित पूजा से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

शक्ति पीठों की यात्रा के लाभ

सकारात्मक ऊर्जा: शक्ति पीठों की यात्रा से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे मानसिक शांति और संतुलन प्राप्त होता है।

ग्रह दोषों का निवारण: शक्ति पीठों पर जाकर देवी की उपासना से ग्रह दोषों का प्रभाव कम होता है।

समस्याओं का समाधान: शक्ति पीठों की यात्रा से व्यक्ति की समस्याओं का समाधान होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

शक्ति पीठों की यात्रा और ग्रह दोषों के ज्योतिषीय समाधान का एक महत्वपूर्ण संबंध है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार जब व्यक्ति देवी की उपासना करता है और उचित उपाय करता है, तो वह न केवल ग्रह दोषों से मुक्ति पाता है, बल्कि अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव भी देखता है।इसलिए, यदि आप अपने जीवन में ग्रह दोषों का सामना कर रहे हैं, तो शक्ति पीठों की यात्रा अवश्य करें और वहाँ देवी की उपासना के साथ-साथ ज्योतिषीय उपाय भी अपनाएँ। देवी की कृपा से आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आएगी।

आपके तारे में आपका स्वागत है. जान‍िए ज्योतिष के अनुसार आज रखना है क‍िन बातों का ध्यान. कौन-सा रंग,अंक रहेगा आपके ल‍िए शुभ और द‍िन को बेहतर बनाने के ल‍िए करना होगा कौन सा उपाय. …

आज का विशेष उपाय भी बताएंगे.. अभी संपर्क करे देश के प्रसिद्ध ज्योतिष एस्ट्रोलॉजर साहू जी से

कांटेक्ट: +91-8656-979-221 | +91-9039-636-706

TESTIMONIALS

कंचन जैन, उज्जैन (Google reviews)
“साहू जी की ज्योतिषीय सलाह से मेरे जीवन में नकारात्मकता दूर हो गई और अब मैं शांति से जीवन व्यतीत कर रही हूँ। उनका आभार।”

  प्रीति शर्मा, उज्जैन (Google reviews)
“मेरे बेटे की नौकरी में बार-बार अड़चनें आ रही थीं। एस्ट्रोलॉजर साहू जी की कुंडली विश्लेषण और उपायों से उसे जल्द ही अच्छी नौकरी मिल गई। उनके मार्गदर्शन ने सचमुच कमाल कर दिया।”

  अभिषेक तिवारी, भोपाल (Google reviews)
“साहू जी की मदद से मैंने अपने करियर में सही समय पर सही निर्णय लिए। उनकी सटीक भविष्यवाणी ने मुझे महत्वपूर्ण बदलाव करने में मदद की। अब करियर में उन्नति हो रही है।”

  मधु गुप्ता, इंदौर (Google reviews)
“पारिवारिक कलह के कारण बहुत मानसिक तनाव में थी। साहू जी ने कुछ सरल उपाय बताए, जिनसे घर का माहौल सकारात्मक हो गया और शांति लौटी।”

  संदीप मिश्रा, देवास (Google reviews)
“मेरे स्वास्थ्य में लगातार गिरावट हो रही थी। एस्ट्रोलॉजर साहू जी के उपायों से अब मैं धीरे-धीरे सेहतमंद हो रहा हूँ। उनकी सलाह जीवनदायिनी साबित हुई।”

  रीमा जोशी, ग्वालियर (Google reviews)
“शादी में देरी से बहुत परेशान थी। साहू जी ने कुंडली देखकर उपाय बताए और कुछ ही महीनों में सही रिश्ता तय हो गया। उनकी सलाह मेरे लिए वरदान साबित हुई।”

  अमन वर्मा, उज्जैन (Google reviews)
“व्यवसाय में भारी नुकसान हो रहा था। साहू जी के ज्योतिषीय मार्गदर्शन से अब व्यवसाय में स्थिरता और मुनाफा बढ़ा है। उनकी सलाह बेहद उपयोगी रही।”

 कविता सिंह, भोपाल (Google reviews)
“बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित थी। साहू जी की भविष्यवाणी और उपायों ने उसके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं। अब वह आत्मविश्वास से भरी हुई है।”

  रोहित पटेल, इंदौर (Google reviews)
“कुंडली में ग्रह दोष के कारण करियर में लगातार संघर्ष कर रहा था। एस्ट्रोलॉजर साहू जी की सलाह से अब मैं सही दिशा में हूँ और सफलता की ओर बढ़ रहा हूँ।”

 अनुजा चौहान, देवास (Google reviews)
“संतान प्राप्ति में अड़चनें आ रही थीं। साहू जी के पूजा और मंत्रों के उपायों से हमारे घर में खुशखबरी आई। उनके उपाय सटीक और प्रभावी हैं।

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र: आध्यात्मिक मुक्ति का साधन

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है, जो भगवान विष्णु की महिमा का वर्णन करता है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार यह स्तोत्र गजेंद्र, एक शक्तिशाली हाथी की कथा पर आधारित है, जिसने अपने संकट के समय में भगवान विष्णु की शरण ली। ज्योतिष के अनुसार यह स्तोत्र न केवल संकटों से मुक्ति के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास और मानसिक शांति के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। इस ब्लॉग में, हम गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करेंगे, जिसमें इसकी कथा, पाठ करने के लाभ, ज्योतिषीय दृष्टिकोण और इसके पाठ के महत्व को शामिल किया जाएगा।

गजेंद्र एक महान हाथी था, जो अपनी शक्ति और सामर्थ्य के लिए प्रसिद्ध था। एक दिन, वह अपने दोस्तों के साथ एक तालाब में पानी पीने गया। तालाब में, उसने एक मगरमच्छ का सामना किया, जिसने उसे पकड़ लिया। गजेंद्र ने अपने बल और शक्ति से मगरमच्छ का सामना करने का प्रयास किया, लेकिन वह असफल रहा। कई प्रयासों के बावजूद, गजेंद्र ने अपने बल का उपयोग करते हुए मगरमच्छ को पराजित नहीं कर सका। जब गजेंद्र की सभी शक्तियाँ खत्म हो गईं और वह हार मानने लगा, तब उसने अपने जीवन की रक्षा के लिए भगवान विष्णु की शरण में जाने का निर्णय लिया। उसने भगवान विष्णु को पूरे मन से पुकारा। भगवान विष्णु ने उसकी पुकार सुनकर अपनी माता लक्ष्मी के साथ प्रकट होकर गजेंद्र की मदद की और उसे मगरमच्छ से मुक्त कर दिया। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार इस घटना के बाद, गजेंद्र ने भगवान विष्णु की स्तुति करते हुए गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ किया, जिससे उसे न केवल संकट से मुक्ति मिली, बल्कि उसकी आत्मा को भी शांति मिली।

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र के लाभ

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को अनेक लाभ होते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख लाभों का उल्लेख किया गया है:

संकटों से मुक्ति:

ज्योतिष के अनुसार इस स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को जीवन के संकटों और समस्याओं से मुक्ति मिलती है। यह एक महत्वपूर्ण साधन है जो मानसिक और भौतिक कठिनाइयों को दूर करने में सहायक होता है।

आध्यात्मिक उन्नति:

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का नियमित पाठ करने से व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति होती है। यह ध्यान और साधना के लिए भी एक शक्तिशाली साधन है।

मन की शांति:

साहू जी के अनुसार  गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ करने से मन में शांति और संतुलन की प्राप्ति होती है। ज्योतिष के अनुसार यह नकारात्मक विचारों को दूर करने और सकारात्मकता बढ़ाने में सहायक होता है।

धार्मिक आस्था

इस स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति की भगवान के प्रति आस्था और विश्वास में वृद्धि होती है।

नैतिक और सामाजिक साक्षरता:

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र में निहित शिक्षाएँ व्यक्ति को नैतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से जागरूक बनाती हैं।

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ कैसे करें

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • स्थान का चयन:
  • गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ एक पवित्र और शांत स्थान पर करना चाहिए, जहाँ कोई विघ्न न हो।
  • शुद्ध वस्त्र:
  • पाठ करने से पहले शुद्ध और पवित्र वस्त्र पहनना चाहिए।
  • दीप जलाएं:
  • भगवान विष्णु के चित्र के सामने एक दीपक जलाएं और पुष्प अर्पित करें।
  • ध्यान और श्रद्धा:
  • पाठ करते समय मन में ध्यान और श्रद्धा बनाए रखें। हर श्लोक के बाद भगवान विष्णु का ध्यान करें।

ज्योतिषीय दृष्टिकोण: गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र और ग्रहों का प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार, व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है। कई बार ग्रहों की अशुभ स्थिति के कारण व्यक्ति को मानसिक और भौतिक संकटों का सामना करना पड़ता है। गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ करते समय यह ध्यान देना चाहिए कि:

  • ग्रहों के विपरीत प्रभावों को कम करना:

  • जब ग्रहों की स्थिति अशुभ होती है, तो गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ करने से उन प्रभावों को कम किया जा सकता है। यह व्यक्ति को मानसिक संतुलन और शांति प्रदान करता है।

  • शांति और समृद्धि की प्राप्ति:

  • गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का नियमित पाठ करके व्यक्ति न केवल संकटों से मुक्त होता है, बल्कि उसके जीवन में शांति और समृद्धि भी आती है।

  • सकारात्मक ऊर्जा:
  • गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति की ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और सकारात्मकता बढ़ती है, जो कि ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों का सामना करने में सहायक होती है।

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ करने का सही समय

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ सुबह के समय, विशेषकर ब्रह्म मुहूर्त में करना अत्यंत लाभकारी होता है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार इसके अलावा, शुक्रवार और पूर्णिमा के दिन इसका पाठ विशेष महत्व रखता है। इन दिनों में किए गए पाठ से व्यक्ति को अधिक फल प्राप्त होते हैं।गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र एक शक्तिशाली साधन है जो व्यक्ति को संकटों से मुक्ति और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है। इसके नियमित पाठ से व्यक्ति मानसिक शांति और संतुलन प्राप्त कर सकता है। ज्योतिष के अनुसार यदि आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं, तो गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ अवश्य करें।भगवान विष्णु की कृपा से आपका जीवन सुखमय और समृद्ध होगा। साहू जी के अनुसार ध्यान रखें कि किसी भी धार्मिक या आध्यात्मिक उपाय के साथ, हमें अपने कार्यों में भी परिश्रम और सही दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।

आपके तारे में आपका स्वागत है. जान‍िए ज्योतिष के अनुसार आज रखना है क‍िन बातों का ध्यान. कौन-सा रंग,अंक रहेगा आपके ल‍िए शुभ और द‍िन को बेहतर बनाने के ल‍िए करना होगा कौन सा उपाय. …

आज का विशेष उपाय भी बताएंगे.. अभी संपर्क करे  देश के प्रसिद्ध ज्योतिष एस्ट्रोलॉजर साहू जी से

कांटेक्ट: +91-8656-979-221 | +91-9039-636-706

TESTIMONIALS

  सौरभ गुप्ता (Google Review)
“मेरे व्यवसाय में आ रही समस्याओं का हल साहू जी की ज्योतिषीय सलाह से हुआ। उनके कुंडली विश्लेषण और हस्तरेखा अध्ययन ने मुझे सफलता की दिशा में बढ़ने में मदद की।”

  आरती तिवारी (Google Review)
“साहू जी ने मेरे वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याओं का कुंडली और हस्तरेखा के आधार पर समाधान दिया। उनकी सलाह और उपाय बहुत सटीक और कारगर थे।”

  विकास गुप्ता (Google Review)
“मेरे व्यवसाय में आ रही चुनौतियों का समाधान साहू जी की कुंडली और हस्तरेखा विशेषज्ञता से मिला। उनके उपाय सरल और प्रभावी थे।”

  श्वेता अग्रवाल (Google Review)
“साहू जी ने मेरे जीवन की समस्याओं को कुंडली और हस्तरेखा के माध्यम से हल किया। उनकी ज्योतिषीय सलाह ने मुझे सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद की।”

  दीपक यादव (इंदौर) – (Google Review):

हस्तरेखा पढ़ने में साहू जी ने जो जानकारी दी, वह सच में मार्गदर्शक रही। उनके उपायों ने मेरे जीवन में बदलाव लाया।”

  पूनम अग्रवाल (उज्जैन) –(Google Review:

साहू जी के उपाय सरल और प्रभावी हैं। उनके साथ बिताया समय हमेशा सकारात्मक होता है।”

  अंकित मिश्रा (Google Review)
“मैं अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर चिंतित था, लेकिन साहू जी की ज्योतिषीय दिशा-निर्देशों ने मुझे स्थिरता दिलाई। उनके सरल उपायों से मुझे बड़ी राहत मिली है। उनकी विशेषज्ञता अद्वितीय है।”

  सुमन चौहान (Google Review)
“साहू जी की सलाह ने मेरे वैवाहिक जीवन को संवारने में मदद की। उनके सुझाए गए उपाय से हमारे रिश्ते में समझ और प्रेम बढ़ा है। उन्होंने मेरी ज़िंदगी को बेहतर बनाया है।”

  रोहित वर्मा (Google Review)
“मेरे जीवन में चल रही कठिनाइयों का समाधान साहू जी के ज्योतिषीय मार्गदर्शन से हुआ। उनके उपायों से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा और मैंने नई दिशा प्राप्त की। उनका ज्ञान बहुत गहन है।”

  पायल अग्रवाल (Google Review)
“साहू जी ने मुझे जीवन के हर मोड़ पर सही मार्गदर्शन दिया। उनकी सलाह के कारण मेरे स्वास्थ्य और करियर में सकारात्मक परिवर्तन हुआ। उनकी सलाह हमेशा सटीक और कारगर होती है।”