अशोक का वृक्ष भारतीय संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं में एक विशेष स्थान रखता है। इंदौर के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार इसे शोक के नाशक और सुख, शांति तथा समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म में इसे देवी-देवताओं से जोड़ा गया है और इसके गुणों का वर्णन प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है। इस ब्लॉग में, हम अशोक के वृक्ष के महत्व, इसके औषधीय गुण, ज्योतिषीय दृष्टिकोण, और इसके पूजा के तरीके पर चर्चा करेंगे।
अशोक का वृक्ष एक सुगंधित और सुंदर वृक्ष है, जो सामान्यतः भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता है। भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार इसकी विशेषताएँ इसे न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाती हैं, बल्कि इसके औषधीय गुण भी इसे अद्वितीय बनाते हैं।
विशेषताएँ:
अशोक का वृक्ष ऊँचाई में 15 से 20 मीटर तक बढ़ता है। इसके फूल लाल, पीले और नारंगी रंग के होते हैं। यह आमतौर पर गर्म और नम जलवायु में उगता है।
सांस्कृतिक महत्व:
इसे अक्सर सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। यह विशेष रूप से शादी, धार्मिक अनुष्ठानों और अन्य शुभ अवसरों पर पूजा जाता है।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण
ज्योतिष के अनुसार, अशोक का वृक्ष दुखों को दूर करने में सहायक होता है। इसके औषधीय गुण और इसका धार्मिक महत्व इसे एक अद्वितीय वृक्ष बनाते हैं।
दुखों का नाश:
अशोक का वृक्ष मानसिक तनाव, चिंता और दुःख को दूर करने में सहायक होता है। इसे मानसिक शांति के लिए पूजा जाता है।
सकारात्मकता का संचार:
इस वृक्ष की उपस्थिति से वातावरण में सकारात्मकता आती है। साहू जी के अनुसार यह व्यक्ति के मन को शांत करता है और आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
अशोक का औषधीय महत्व
अशोक का वृक्ष न केवल धार्मिक बल्कि औषधीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। ज्योतिष के अनुसार इसकी छाल, पत्ते, और फूल सभी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।
महिलाओं के लिए लाभकारी:
अशोक का प्रयोग विशेषकर महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। यह मासिक धर्म की समस्याओं को कम करने और गर्भावस्था में सहायक होता है।
मानसिक स्वास्थ्य:
अशोक के वृक्ष की छाल का उपयोग तनाव और चिंता को कम करने के लिए किया जाता है। यह मानसिक शांति को बढ़ाने में मदद करता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली:
अशोक का नियमित सेवन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
अशोक का पूजा विधि
अशोक का वृक्ष पूजा के लिए विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। इसके पूजा की विधि सरल और प्रभावी होती है।
स्थान का चयन:
अशोक के वृक्ष को घर के पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना लाभकारी होता है। यह सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत बनता है।
पूजा सामग्री:
पूजा के दौरान फूल, धूप, दीपक और मिठाई का उपयोग किया जाता है।
अभिषेक:
अशोक के वृक्ष का अभिषेक करने से इसे विशेष महत्व मिलता है। जल या दूध से अभिषेक करने से वृक्ष में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
अशोक का वृक्ष और वास्तु शास्त्र
वास्तु शास्त्र में भी अशोक के वृक्ष का महत्वपूर्ण स्थान है। इसे घर के लिए शुभ माना जाता है।
पॉजिटिव एनर्जी:
वैदिक ज्योतिष के अनुसार अशोक का वृक्ष घर में पॉजिटिव एनर्जी लाता है। इसे घर के चारों ओर लगाने से घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
नकारात्मकता का नाश:
अशोक का वृक्ष घर से नकारात्मकता को दूर करता है। इससे परिवार में सुख और सौहार्द बना रहता है।
शांति और समृद्धि

अशोक का वृक्ष केवल एक सुंदर और औषधीय पौधा नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाने का एक महत्वपूर्ण साधन है। इसका धार्मिक, ज्योतिषीय और औषधीय महत्व इसे अद्वितीय बनाता है।
इस वृक्ष की पूजा करने से व्यक्ति मानसिक शांति, सकारात्मकता, और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकता है। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिषी मनोज साहू जी के अनुसार अशोक के वृक्ष की महत्ता को समझकर और इसका सम्मान करके हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। अशोक का वृक्ष हमारे जीवन में दुखों को दूर करने और सुख को बढ़ाने में सहायक होता है। इस प्रकार, यह एक महत्वपूर्ण वृक्ष है जिसे हमें अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
आपके तारे में आपका स्वागत है. जानिए ज्योतिष के अनुसार आज रखना है किन बातों का ध्यान.
कौन-सा रंग,अंक रहेगा आपके लिए शुभ और दिन को बेहतर बनाने के लिए करना होगा कौन सा उपाय. …
आज का विशेष उपाय भी बताएंगे.. अभी संपर्क करे देश के प्रसिद्ध ज्योतिष एस्ट्रोलॉजर साहू जी से
कांटेक्ट: +91-8656-979-221 | +91-9039-636-706
नितिन गुप्ता, उज्जैन (Google Review)
“मैं अपने व्यवसाय में घाटा देख रहा था और समझ नहीं पा रहा था कि क्या करूँ। साहू जी ने सटीक भविष्यवाणी की और उनके उपायों से अब मेरा व्यवसाय ठीक चल रहा है।”
श्रेया शर्मा, ग्वालियर (Google Review)
“मेरे परिवार में काफी समस्याएँ थीं। साहू जी की सलाह और उनके उपायों से हमारा परिवार एकजुट हुआ और अब हम शांति से रह रहे हैं।”
रोहित जैन, इंदौर (Google Review)
“मेरे करियर में कई रुकावटें आ रही थीं। साहू जी ने मुझे सही सलाह दी और उनके द्वारा बताए गए उपायों से अब मैं अपने करियर में तरक्की कर रहा हूँ।”
कविता त्रिपाठी, भोपाल (Google Review)
“मेरे घर में नकारात्मक ऊर्जा का अनुभव हो रहा था। साहू जी के उपायों के बाद अब घर में सकारात्मकता महसूस होती है और सभी समस्याएँ हल हो गई हैं।”
अभिषेक शर्मा, उज्जैन (Google Review)
“मेरे बच्चे की शिक्षा को लेकर मैं बहुत परेशान था। साहू जी ने हमें सही दिशा में मार्गदर्शन दिया और उनके सुझावों से मेरे बच्चे का प्रदर्शन बेहतर हो गया है।”
नीलम वर्मा, ग्वालियर (Google Review)
“मेरी शादी में बहुत अड़चनें आ रही थीं। साहू जी की सलाह और उनके सुझाए उपायों से मेरा विवाह जल्द ही संपन्न हो गया। उनकी सहायता के लिए बहुत आभारी हूँ।”
सुनील जोशी, इंदौर (Google Review)
“मेरे जीवन में सही समय पर निर्णय लेना मुश्किल हो रहा था। साहू जी की मदद से मैंने सही निर्णय लिए और अब जीवन में सफलता की ओर बढ़ रहा हूँ।”
पूनम गुप्ता, भोपाल (Google Review)
“मेरे पारिवारिक जीवन में अशांति थी। साहू जी के उपायों से अब हमारे घर में शांति है और सभी सदस्य खुश हैं। उनकी सलाह ने हमारी जिंदगी बदल दी।”
अजय मिश्रा, उज्जैन (Google Review)
“मेरे व्यवसाय में लगातार समस्याएँ आ रही थीं। साहू जी की सलाह और उनके उपायों ने मुझे अपने व्यवसाय में सफलता दिलाई है।”
रीता सिंह, ग्वालियर (Google Review)
“मेरे विवाह में कई अड़चनें थीं। साहू जी ने कुंडली देखकर सही उपाय बताए और अब मेरा विवाह सुखमय हो रहा है। उनकी सलाह जीवन में महत्वपूर्ण मोड़ लेकर आई।”
राकेश तिवारी, इंदौर (Google Review)
“मेरे बच्चे की पढ़ाई में गिरावट हो रही थी। साहू जी के उपायों से उसकी पढ़ाई में सुधार हुआ है और अब वह अपने स्कूल में अच्छे अंक ला रहा है।”
मधु चौहान, भोपाल (Google Review)
“जीवन में कई उलझनें थीं और सही दिशा नहीं मिल रही थी। साहू जी ने मुझे सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए मदद की और उनके उपायों से मेरा जीवन फिर से संतुलित हो गया।”